किसानों को मिली बड़ी राहत, आलू बीज के रेट में हूई भारी कमी, जानिए किसानों के लिए क्या हैं नए दाम
सरकार ने आलू बीज के दामों में 500 रुपये प्रति क्विंटल की कमी की है, जिससे प्रदेश में किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज सस्ते दामों पर उपलब्ध हो सकेंगे।
किसानों को मिली बड़ी राहत, आलू बीज के रेट में हूई भारी कमी, जानिए किसानों के लिए क्या हैं नए दाम
खेती में बीजों की अहमियत बहुत बड़ी होती है, खासकर आलू जैसी प्रमुख फसल के लिए। उत्तर प्रदेश सरकार ने आलू उत्पादक किसानों को इस बार बड़ी राहत दी है। सरकार ने आलू बीज के दामों में 500 रुपये प्रति क्विंटल की कमी की है, जिससे प्रदेश में किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज सस्ते दामों पर उपलब्ध हो सकेंगे।
उद्यान, कृषि विदेश व्यापार और कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने जानकारी दी कि योगी सरकार किसानों के हित में कई योजनाएं चला रही है, जिसमें आलू बीज वितरण के लिए इस साल महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं।
इस साल आलू बीज के दाम क्या हैं?
इस साल आलू बीज के रेट में 500 रुपये प्रति क्विंटल की कमी की गई है। इसके तहत नई दरें तय की गई हैं
दर (रुपये प्रति क्विंटल) पुरानी दर (रुपये प्रति क्विंटल)
प्रथम आलू 2995, 3495
द्वितीय आलू 2595 3095
ओवर साइज (आधारित प्रथम) 2270, 2770
ओवर साइज (आधारित द्वितीय) 2210 2710
प्रथम आलू ट्रुथफूल 2180 2680
किसानों के लिए किस्में और अनुदान
राजकीय उद्यान विभाग किसानों को कई किस्मों के आलू बीज उपलब्ध करा रहा है, जैसे कि कुफरी बहार, कुफरी चिप्सोना, कुफरी पुखराज, कुफरी सूर्या आदि। किसानों को ये बीज जनपदीय उद्यान अधिकारियों से नकद मूल्य पर प्राप्त होंगे। साथ ही प्रसंस्करण प्रजातियों के लिए किसानों को 25 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर का अनुदान भी दिया जा रहा है।
आलू उत्पादन में वृद्धि
इस साल उत्तर प्रदेश में लगभग 6.96 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में आलू बुवाई का लक्ष्य है, जिसके लिए 24-25 लाख मेट्रिक टन बीज की आवश्यकता होगी। उद्यान विभाग करीब 40-45 हजार क्विंटल आलू बीज किसानों को वितरित करेगा, जिससे गुणवत्ता युक्त बीज की उपलब्धता बढ़ेगी और प्रदेश के आलू उत्पादन में सुधार होगा।